- भारत में नहीं मिलती है GREEN MARIJUANA , DARK WEB से चल रहा था पूरा धंधा
- गिरोह की महिला सरगना सहित 3 गिरफ्तार, जांच जारी
"वे पार्सल कोई साधारण पार्सल नहीं थे बल्कि उन पार्सल में ग्रीन मरिजुआना (गांजा) मिले जो विदेशों से तस्करी किये जा रहे थे। ग्रीन मरिजुआना वर्ल्ड की strongest Marijuana strain के नाम से जानी जाती है। इस किस्म का गांजा भारत में नहीं मिलता है। इस ग्रीन मारिजुआना की कीमत सामान्य गांजा की तुलना में बहुत ज्यादा है और इसमें नशा भी ज्यादा होता है। इसमें THC लेवल 19 प्रतिशत से 25 प्रतिशत होती है। इस मामले में एनसीबी अधिकारियों ने गिरोह की महिला तस्कर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। "
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SEIZED GREEN MARIJUANA (GANJA) |
KOLKATA : विदेशों से आ रहे पार्सल में ऐसा कुछ भी हो सकता है, शायद इसकी सुरक्षा एजेंसियों को भी भनक नहीं थी। यूएसए के कैलिफोर्निया और कनाडा से आने वाले पार्सल की जांच में नार्कोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) कोलकाता जोनल यूनिट को ऐसा कुछ मिला जिससे सभी के होश उड़ गए।
वे पार्सल कोई साधारण पार्सल नहीं थे बल्कि उन पार्सल में ग्रीन मरिजुआना (गांजा) मिले जो विदेशों से तस्करी किये जा रहे थे। ग्रीन मरिजुआना वर्ल्ड की strongest Marijuana strain के नाम से जानी जाती है। इस किस्म का गांजा भारत में नहीं मिलता है।
इस ग्रीन मारिजुआना की कीमत सामान्य गांजा की तुलना में बहुत ज्यादा है और इसमें नशा भी ज्यादा होता है। इसमें THC लेवल 19 प्रतिशत से 25 प्रतिशत होती है। इस मामले में एनसीबी अधिकारियों ने गिरोह की महिला तस्कर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान श्रद्धा सुराना उर्फ़ सिमरन सिंह (25), तरीना भटनागर (26 ) और करण कुमार गुप्ता (30) के रूप में हुई है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
एनसीबी सूत्रों ने बताया , हमें भनक लगी थी कि विदेशों से कुरियर के जरिये आ रहे पार्सल में नार्कोटिक्स पदार्थों की तस्करी भारत में की जा रही हैं। इस बाबत कोलकाता के कई कुरियर कंपनी पर नजर रखी जा रही थी। इसी दौरान गुप्तचरों से सूचना मिली थी कि यूएसए के कैलिफोर्निया और कनाडा से ग्रीन मरिजुआना भारत में कुरियर के जरिये तस्करी की जा रही है।
इसके बाद से ही कूरियर कंपनियों पर नजर रखी जा रही थी। इसी निगरानी के दौरान एफपीओ कोलकाता में 42 विदेशी पार्सल को जब्त किया गया। इनकी तलशी लेने पर सभी 42 पार्सल से ग्रीन मारिजुआना बरामद हुई। इनका कुल वजन 20 किलो था , जिसकी कीमत का अंदाजा नार्कोटिक्स अधिकारी भी नहीं लगा पाए।
उनके अनुसार ये गांजा बहुत ज्यादा कीमती है। एनसीबी अधिकारीयों ने बताया, लगातार 4 दिनों तक ऑपरेशन चलकर करीब 50 पार्सल जब्त किये गए हैं। आगे भी ये ऑपेरशन जारी रहेंगे।
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ARRESTED ACCUSEDS |
ऐसे करते थे तस्करी
एनसीबी सूत्रों ने बताया , प्राथमिक जांच में पता चला डार्क नेट के जरिये ग्रीन गांजा का आर्डर अमेरिका और कनाडा के ड्रग्स डीलर को दिया जाता था। डार्क वेब से अब लोग परिचित है क्योंकि अक्सर इस तरह के धंधे में डार्क वेब का इस्तेमाल अब आम बात हो गई है।
डार्क वेब से काला धन भी एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर होता है। खैर , इस मामले में अधिकारीयों को पता चला डार्क वेब से आर्डर मिलने के बाद ग्रीन गांजा को विभिन्न कुरियर के माध्यम से भारत भेजा जाता है और फिर यहाँ ग्राहकों को पहुँचाया जाता है।
कोलकाता में इस गिरोह की मास्टर माइंड सिमरन उर्फ़ श्रद्धा है। वो अपने फ़र्ज़ी नाम से ये धंधा चलाती है। उसके पास उसके फ़र्ज़ी नाम पर आधार कार्ड भी बरामद हुआ है। आर्डर किये पार्सल उसके पास पहुँचता है और वो करण कुमार गुप्ता के माध्यम से उन पार्सल को ग्राहकों तक पहुंचाती है।
करण डिलीवरी बॉय का काम करता है और उसे ड्रग्स सप्लाई करने के एवज में एक्स्ट्रा पेमेंट मिलता था। वहीँ तरीना ने टेलीग्राम प्लेटफार्म से 3 पार्सल अपने और अपने दोस्तों के नाम से आर्डर किया था।
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MARIJUANA KEPT IN GAMES BOXES |
खिलौने , कॉस्मेटिक्स की आड़ में होती थी तस्करी
एनसीबी सूत्रों ने बताया, जितने भी पार्सल जब्त किये गए हैं वो सभी पार्सल खिलौने, कॉस्मेटिक्स आदि की आड़ में भेजे गए थे। बॉक्स पर लिखा जाता था कि इन पार्सल में इम्पोर्टेड खिलौने , कॉस्मेटिक्स और गेम्स है ताकि ये किसी भी सुरक्षा एजेंसियों की नजर में ना आये और इनका तस्करी का धंधा बेरोकटोक चलता रहे।
एनसीबी सूत्रों ने बताया , अभी कई तरह के मोडस ऑपरेंडी देखने को मिल रही है। फिलहाल , मामले की जांच जारी है।
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