- नार्थ बंगाल से साउथ बंगाल - सोशल मीडिया का प्यार, फिर शादी और फिर तलाक, ऐसा फंसा ये युवक
" दरअसल, आज एक ऐसे जोड़े की कहानी से आपको रूबरू करवाने जा रही हूं, जिनका प्यार सोशल मीडिया से पनपा और फिर शादी भी हो गई लेकिन शादी के ६ महीने बाद ही दोनों ने समझ लिया की अब और साथ चलना दोनों के लिए मुमकिन नहीं हैं। मामला यहाँ एक शादी तोड़ने का या तलाक लेने का नहीं है बल्कि यहाँ मामला तलाक लेने के लिए ठगों के चक्कर में पढ़कर रुपये गवां देने का है। जी हां, आप बिलकुल सही समझ रहे हैं। तलाक लेने के चक्कर में एक युवक ठग के चंगुल में फंस गया और 2 लाख रूपये से ज्यादा की राशि गवां बैठा। ये मामला सोमवार को कोलकाता पुलिस के अंतर्गत बांसद्रोणी थाने में दर्ज की गई है। "
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pics for representation only (from social media) |
Kolkata : सोशल मीडिया पर प्यार और फिर शादी कोई नई बात नहीं है। अमूमन, आजकल ऐसी ही शादियों का ट्रेंड चल रहा है। थोड़े दिन की दोस्ती के बाद ही इनको लगता है कि ये दोनों एक - दूसरे के लिए ही बने हैं। फिर क्या, दो दिन की चांदनी वाली प्यार शादी में बदल जाती है। फिर असली ड्रामा शुरू होता है।
मगर, ये तो अधिकतर मामलों में होता है, लेकिन आज हम आपको ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर आप भी यही कहेंगे , साहब... शादी से डर नहीं लगता है , तलाक लेने से डर लगता है। दरअसल, एक ऐसे जोड़े की कहानी से आपको रूबरू करवाने जा रही हूं जिनका प्यार सोशल मीडिया से पनपा और फिर शादी भी हो गई लेकिन शादी के ६ महीने बाद ही दोनों ने समझ लिया की अब और साथ चलना दोनों के लिए मुमकिन नहीं हैं।
मामला यहाँ एक शादी तोड़ने का या तलाक लेने का नहीं है बल्कि यहाँ मामला तलाक लेने के लिए ठगों के चक्कर में पढ़कर रुपये गवां देने का है। जी हां, आप बिलकुल सही समझ रहे हैं। तलाक लेने के चक्कर में एक युवक ठग के चंगुल में फंस गया और 2 लाख रूपये से ज्यादा की राशि गवां बैठा। ये मामला सोमवार को कोलकाता पुलिस के अंतर्गत बांसद्रोणी थाने में दर्ज की गई है।
यहाँ एक ट्विस्ट यह भी है कि नार्थ बंगाल से मामला साउथ बंगाल तक पहुंचा है। अब आप बताइये कैसे ? दरअसल , बात ये है कि यहाँ जिस नवदम्पति का मामला आया है, उनमें लड़की रहने वाली है उत्तर दिनाजपुर के कालियागंज की और लड़का है रानाघाट का रहने वाला। वहीं जिसने ठगी की है यानि जिस पर ठगी का आरोप है वो आरोपी दम्पति साउथ कोलकाता के बांसद्रोणी थाना इलाके के रहने वाले हैं।
ऐसे हुई है घटना की शुरुआत
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार , सोमवार को रानाघाट के रहने वाले सौभिक देबनाथ ने बांसद्रोणी थाने में बाप्पादित्य साहा, उसकी पत्नी डिम्पी साहा और अरित्र आचार्जी के खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत जानने से पहले इस कहानी की शुरुआत कहाँ से और कैसे हुई, पहले उसे जानते है। सौभिक देबनाथ एक ऑटो मोबाइल्स कंपनी में सेल्स मैनेजर का काम करता है।
उसकी कंपनी चकदह में है। सौभिक की पहचान स्नेहा रॉय (परिवर्तित नाम ) के साथ सोशल मीडिया पर हुई। इसके बाद दोनों में प्यार हो गया और दोनों ने वर्ष 2020 के नवंबर महीने में शादी कर ली। शादी के बाद स्नेहा को पता चला सौभिक को बात करने में परेशानी होती है। वो बीच - बीच में हकलाने लगता है। फिर क्या , दोनों के रिश्ते में खटाश पैदा होने लगी। स्नेहा ने सौभिक से तलाक मांग लिया और साथ ही 10 लाख रुपये देने पर ही तलाक देने की शर्त भी रख डाली।
इसी बीच स्नेहा की बेस्ट फ्रेंड के बॉयफ्रेंड अरित्र आचार्जी की एंट्री हुई। बॉयफ्रेंड की एंट्री का मतलब यहाँ सीधा है। अरित्र का सौभिक और स्नेहा दोनों से ही अच्छी बनती थी। सौभिक ने उसे अपने और स्नेहा के रिश्ते के बारे में बताया। इसके बाद अरित्र ने दोस्ती निभाई या दुश्मनी , ये तो आगे पता चलेगा, अरित्र ने सौभिक को उसकी मदद का वादा किया। अरित्र ने बताया उसका एक परिचित है जो ह्यूमन राइट्स कमीशन का चीफ सेक्रेटरी है , वो उसकी तलाक दिलवाने में मदद कर देगा।
अरित्र के जरिये सौभिक की मुलाकात बाप्पादित्य साहा और उसकी पत्नी डिम्पी से हुई। बातचीत के बाद बाप्पादित्य ने 12 जून को सौभिक को बांसद्रोणी के आताबागान इलाके में बुलाया। सौभिक पहुँच गया। यहाँ आने पर बाप्पादित्य ने कहा , वो उसे उसकी पत्नी से तलाक दिलवा देगा लेकिन उसे 2 लाख रुपये देने पड़ेंगे। सौभिक ने सोचा 2 लाख रुपये देकर 10 लाख रुपये देने से बच जाऊंगा और तलाक लेने के बाद कोई झंझट भी नहीं होगी। इसके बाद 15 जून को ही सौभिक ने किसी तरह 2 लाख का इंतजाम किया और बाप्पादित्य को नकद 2 लाख रुपये दे दिए।
इसके एवज में बाप्पादित्य ने ह्यूमन राइटस कमीशन के लेटर हेड पर टाइप कर रुपये लेने के बाद एक रशीद सौभिक को पकड़ा दी। इसके बाद जब सौभिक रानाघाट चला गया तब फिर बाप्पादित्य ने उसे फोन कर स्टैम्प पेपर देने को कहा। सौभिक ने रानाघाट कोर्ट से स्टैम्प पेपर बनवाकर बाप्पादित्य को भेज दिया। इसके बाद बाप्पादित्य ने उसे 15 हजार और देने को कहा। सौभिक ने किसी तरह 9 हजार रुपये इकट्ठा किया और बाप्पादित्य के दिए गए अकाउंट में डाल दिया।
इसके बाद बाप्पादित्य ने उससे फिर 50 हज़ार रुपये की डिमांड की। सौभिक ने अपनी हालत बाप्पादित्य को बताई और कहा उसके पास और रुपये नहीं है। इसके बाद बाप्पादित्य ने उससे संपर्क करना बंद कर दिया। इसके बाद सौभिक को एहसास हुआ कि वो ठगी का शिकार तो नहीं हुआ। इसके बाद उसने ह्यूमन राइट्स कमीशन के अधिकारियों से संपर्क किया तो उसे पता चला कि वो ठगा गया है।
इसके बाद वो यहाँ कोलकाता आया और ह्यूमन राइट्स कमीशन अधिकारियों की मदद से बांसद्रोणी थाने पहुंचा और अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने ह्यूमन राइट्स कमीशन के नाम पर रुपये ऐंठने के आरोप में बाप्पादित्य सहित तीन के खिलफ एफआईआर दर्ज कर ली। सौभिक को तलाक तो नहीं मिला लेकिन उसकी सारी जमा पूंजी तो ठग के पास चली गई। फ़िलहाल , पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।
बहुत अच्छा बबीता...खूब आगे बढ़ो
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