- आरोपी प्रेमी ने की भागने की कोशिश, पुलिस ने धर दबोचा
- ब्लैकमेल से तंग आकर की थी 2020 के नवंबर में नैना की हत्या
- शव को ठिकाने लगाने में पत्नी ने की थी मदद
"ये मामला 2020 के नवंबर में कोलकाता पुलिस के अंतर्गत इकबालपुर थाना के तहत एमएम अली रोड इलाके की है। मृतका का नाम सबा खातून उर्फ नैना (20 ) है। वही पुलिस ने इस मामले में उसके प्रेमी शेख साजिद उर्फ रोहित (30 ) और उसकी पत्नी व जुर्म में रोहित की पार्टनर अंजुम बेगम (26 ) को गिरफ्तार कर चुकी है। घटना के 6 महीने बाद इस मामले के सामने आने के पीछे का कारण खुद रोहित है। वर्ष 2020 के 19 नवंबर में बस्ते में बंद मिली नैना की लाश से पूरे कोलकाता में सनसनी मच गई थी। आज फिर ये मामल सुर्ख़ियों में आया है।"
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file photo of naina |
कोलकाता : उसने अपने प्रेमी को सबकुछ मान लिया था। उसे कभी अपने माता - पिता का प्यार नहीं मिला था। मगर जब उसकी जिंदगी में एक युवक की एंट्री हुई तो उसे लगा उसकी अधूरी जिंदगी पूरी हो गई है। उसे क्या पता था जिसे वो अपनी जिंदगी समझ रही हैं वहीं उसे मौत की नींद सुला देगा। अपनी हवस को पूरा करने के बाद उसके प्रेमी ने उसे अपने रस्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी थी। ये मामला 2020 के नवंबर में कोलकाता पुलिस के अंतर्गत इकबालपुर थाना के तहत एमएम अली रोड इलाके की है।
मृतका का नाम सबा खातून उर्फ नैना (20 ) है। वही पुलिस ने इस मामले में उसके प्रेमी शेख साजिद उर्फ रोहित (30 ) और उसकी पत्नी व जुर्म में रोहित की पार्टनर अंजुम बेगम (26 ) को गिरफ्तार कर चुकी है। घटना के 6 महीने बाद इस मामले के सामने आने के पीछे का कारण खुद रोहित है। वर्ष 2020 के 19 नवंबर में बस्ते में बंद मिली नैना की लाश से पूरे कोलकाता में सनसनी मच गई थी। आज फिर ये मामल सुर्ख़ियों में आया है। दरअसल , प्रेमिका की हत्या के मामले में गिरफ्तार रोहित ने जेल कस्टडी से भागने की कोशिश की है।
पुलिस से मिली जानकरी के अनुसार, 31 मई 2021 को रोहित को जेल से इलाज के लिए एसएसकेएम अस्पताल लाया गया था। मगर वो अस्पताल से भागने में कामयाब हो गया था। इसकी शिकायत स्थानीय भवानीपुर थाने में दर्ज कराई गई थी। रविवार को कोलकाता पुलिस की डिटेक्टिव डिपार्टमेन्ट के ऑफिसर ने बांग्लादेश बॉर्डर से रोहित को फिर गिरफ्तार किया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार , रोहित बंगाल छोड़कर हमेशा के लिए बांग्लादेश भाग जाना चाहता था लेकिन पुलिस ने उसके मंसूबों को नाकामयाब कर दिया। उसे बॉर्डर पेट्रापोल के निकट जयंतीपुर बाजार से पकड़ा गया। रोहित ने खुलासा किया अस्पताल से भाग कर वो इसी इलाके में छुपा हुआ था और सही मौके का तलाश कर रहा था।
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accused Rohit |
क्या है मामला , क्यों और कब की गई थी नैना की हत्या
वर्ष 2020 के 19 नवंबर को इकबालपुर इलाके में बस्ता बंद एक युवती का शव मिला था। शव की सूचना खुद रोहित ने ही पुलिस को दी थी। उसने पुलिस को फोन किया और कहा था उसके घर के सामने एक लावारिस बस्ता पड़ा हुआ है। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी और हत्या का खुलासा हुआ।
इसके साथ ही शव की शिनाख्त भी स्थानीय युवती नैना के रूप में की गई। इस मामले में सबसे दिलचस्प बात यह रही कि पूरी जाँच के दौरान रोहित पुलिस के सामने ही रहा और पुलिस को मदद करने का नाटक करने लगा था। मगर कहावत है न , कानून के हाथ लम्बे होते हैं और मुज़रिम कितना भी शातिर क्यों न हो कुछ न कुछ सबूत छोड़ ही जाता है। इस मामले में भी ठीक ऐसा ही हुआ। नैना के कॉल डिटेल्स से पुलिस को उसके प्रेमी रोहित का पता चला।
इसके अलावा नैना के चाचा ने भी रोहित पर संदेह जताया था। चाचा के अनुसार, करीब तीन साल पहले नैना का एक्सिडेंट हुआ था। उस दौरान अस्पताल में जाकर रोहित ने हंगामा मचाया था। दूसरी तरफ पुलिस को भी इलाके के सीसीटीवी फुटेज तथा काल डिटेल्स भी रोहित के खिलाफ सबूत के तौर पर पुलिस को बहुत कुछ हासिल हुआ था।
पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में रोहित ने खुलासा किया, नैना के साथ उसका अवैध संबंध था। पिछले 3 सालों से उनका संपर्क था। इसको लेकर नैना उसे हमेशा ब्लैकमेल करती थी। रोहित का कहना था , नैना कहती थी कि वो रोहित की पत्नी को उनके रिश्ते के बारे में बता देगी। शादीशुदा होकर भी रोहित का नैना से अवैध सम्बन्ध था।
फिर क्या था , नैना उसके रस्ते का कांटा बन गई थी। उसने नैना को रस्ते से हटाने के लिए उसके हत्या की प्लानिंग कर ली। इस काम में उसने अपनी पत्नी को भी शामिल किया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गत 18 नवंबर की शाम को रोहित नैना को लेकर अपने घर पर आया था। उसकी पत्नी घर पर नहीं थी।
आरोप है कि दोनों ने शराब पिया और फिर दोनों ने सहमति से संबंध बनाए। इसके बाद ही रोहित ने उसके गले में फंदा लगाकर उसका दम घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद जब उसकी पत्नी पहुंची तब उसने सारी घटना बताई। इसके बाद उसकी पत्नी ने नैना के शव को ठिकाने लगाने में रोहित की मदद की।
पहले एक सीमेंट के बस्ते में दोनों ने मिलकर शव को भरा था। दोनों शव को दूर ले जाना चाहते थे और फेंकना चाहते थे लेकिन शव भारी होने से दोनों ने अपने मकान के सामने ही उक्त बस्ते को फेंक दिया। इसके बादफ रोहित ने ही फोन कर पुलिस को बस्ते की सूचना दी। बता दें कि 19 नवंबर के तड़के ढाई बजे स्थानीय लोगों ने एमएम अली रोड इलाके में एक इमारत के सामने एक सफेद रंग की बड़ी प्लास्टिक यानी सीमेंट का बैग देखा था।
बैग से एक एक इंसान का पैर बाहर निकला हुआ दिख रहा था। इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस कर्मियों तथा स्थानीय लोगों की मदद से बस्ते को एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। वहां जब बैग को खोला गया तब उसमें से युवती का शव बरामद हुआ। युवती के गले में फंदे का निशान था।
साथ ही हाथ के कोहनी में खरोच के निशान मिले थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवती की पहचान सबा खातून उर्फ़ नैना के रूप में उसके परिजनों ने की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पिछले दो महीने से वह वारसी लेन इलाके में अपनी सहेली रेशमा के घर पर रह रही थी। बुधवार की शाम 7 -7 .30 बजे उसे एक फोन आया था और उसके बाद ही वह घर से निकल गई थी और फिर वापस नहीं लौटी थी।
कौन थी नैना
सबा खातून उर्फ नैना कोलकाता के खिदिरपुर के वाटगंज इलाके में अपनी नानी के घर पर रहती थी। बचपन में उसकी मां की मौत हो जाने के बाद उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी शादी के बाद उसके पिता उसे और उसकी बड़ी बहन सुनयना को छोड़कर अपनी दूसरी पत्नी के साथ काकद्वीप चले गए थे और वहीं रहते हैं।
इसके बाद से ही दोनों बहन नानी और मामा के साथ रहती है। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। नैना के मामा जाकिर हुसैन ने उस दौरान बताया था क़ि नैना को नशा करने की आदत थी। आरोप है कि इलाके में नैना का नाम रंगबाज के तौर पर लिया जाता था। नशा छुड़वाने के लिए उसे नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। वहां 6 महीने रहने के बाद वह वापस अपने नानी और मामा के घर आ गई थी।
करीब एक महीने यहां रहने के बाद वह वारसी लेन इलाके में अपनी सहेली रेशमा के घर पर चली गई थी। नैना के चाचा जाकिर हुसैन ने बताया कि 19 नवंबर की सुबह उन्हें खबर मिली। सूचना पाकर वे अस्पताल पहुंचे और उन्होंने शव की शिनाख्त की थी।
Subah ka bhula agar sham ko ghar aajaye to wah bhula nahi kahlata
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