- पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के बरईपुर जिला पुलिस के अंतर्गत नरेंद्रपुर थाना इलाके में इसी तरह की घटना घटी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर पीड़ित पूर्व प्रेमिका को मुक्त कराया है।
हालांकि प्यार के लिए दो लोगों की रजामंदी भी बहुत जरूरी है। अगर दो में से एक प्यार को आगे नहीं बढ़ाना चाहता है तो उसे इसकी आज़ादी होनी चाहिए। मगर, ऐसा होता नहीं है। एक का नजर अंदाज किया जाना दूसरे को बर्दाश्त नहीं होता हैं और वे वो सब कर जाते हैं जो गलत होता है। ऐसे आशिक सिरफिरे होते हैं और वो कुछ भी कर जाते हैं। ऐसे ही एक सिरफिरे आशिक की कहानी सामने आई है जिसने प्रेमिका को पाने के लिए बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया जिसने दरअसल, पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के बरईपुर जिला पुलिस के अंतर्गत नरेंद्रपुर थाना इलाके में इसी तरह की घटना घटी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर पीड़ित पूर्व प्रेमिका को मुक्त कराया है।
जानते है क्या है मामला
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 4 जून को पीड़िता के पिता ने नरेंद्रपुर थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर के अनुसार उसकी बेटी का बरईपुर थाना इलाके के एक युवक टुकन उर्फ शुभ्रजीत दास से प्रेम संबंध था। मगर, शादी के बाद उसकी बेटी शुभ्रजीत से कोई संबंध नहीं रखना चाहती थी। इसके बाद शुभ्रजीत बौखला गया और उसके यहां आया। शुभ्रजीत उससे प्रेम संबंध रखने के लिए कहने लगा लेकिन जब उसकी बेटी नहीं मानी तब पहले उसने उसके दामाद को धमकी दी और एक राउंड गोली चला दी। इसके बाद उसने बंदूक की नोक पर उसकी बेटी का अपहरण कर लिया। पुलिस ने बताया कि बंदूक की नोक पर अपहरण और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।
जांच में पुलिस ने अपहरणकर्ता को पकड़ने के लिए कई जगहों पर छापामारी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस आरोपी के घर पहुंची। पुलिस को देखते ही शुभ्रजीत उग्र हो गया। पुलिस से बचने के लिए पहले एक राउंड गोली चला दी। इसके बाद वो खुद को घायल करने लगा। काफी मशक्कत के बाद पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब हुई। पुलिस ने शुभ्रजीत के कब्जे से एक 9 एमएम पिस्तौल और 4 राउंड गोलियां जब्त की। साथ ही गोली का एक खोल भी घटनास्थल से बरामद किया गया। मौके से ही पुलिस महिला को भी मुक्त कराने में सफल हुई। यह मामला सिर्फ एक शुभ्रजीत का नहीं है। आजकल ऐसे कई युवा है जो जबरदस्ती प्यार करना चाहता है और प्यार में असफलता बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। कोई खुद को खत्म कर देता है तो कोई प्रेमिका को ही रास्ते से हटा देता हैं तो कोई शुभ्रजीत जैसा कांड कर बैठता है। ये भूल जाते है कि इसका हश्र क्या होगा। इसका सिर्फ एक ही अंजाम होता है वो है सिर्फ जेल।
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