- बरानगर पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर
- 2 युवती सहित 4 की हुई गिरफ्तारी, मोबाईल, नकदी और डेबिट और क्रेडिट कार्ड जब्त
"इनमें से एक आरोपी अमृतेश कुमार मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले का रहने वाला है। यहां वो दमदम के सुभाष नगर इलाके में किराए के मकान में रहता है। बैरकपुर कमिश्नरेट के डीसी (साउथ) अजय प्रसाद ने बताया, 18 जून की शाम बरानगर थाने के एसआई देबनाथ घोषाल और उसकी पीसी टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर बरानगर थाने इलाके में एक किराए के मकान में अभियान चलाया और फ्रेंडशिप के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया।"
Bengal : बैंक अधिकारी बनकर बैंक का डिटेल्स लेकर तो कभी ओटीपी हासिल कर ठगी करने वाले गिरोह काफी सक्रिय हैं। मगर, इन सब के बीच एक और गिरोह इन दिनों काफी सक्रिय हुआ है, वो गिरोह है फ्रेंडशिप के नाम पर ठगी करने वाला।
आजकल लोगों के अकेलेपन का फायदा उठाकर फ्रेंडशिप के नाम पर ठगी करने वाले ऐसे ही एक गिरोह का बंगाल के बैरकपुर कमिश्नरेट के अंतर्गत बरानगर थाने की पुलिस ने भंडाफोड़ किया और दो युवती सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इनमें से एक आरोपी अमृतेश कुमार मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले का रहने वाला है। यहां वो दमदम के सुभाष नगर इलाके में किराए के मकान में रहता है। बैरकपुर कमिश्नरेट के डीसी (साउथ) अजय प्रसाद ने बताया, 18 जून की शाम बरानगर थाने के एसआई देबनाथ घोषाल और उसकी पीसी टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर बरानगर थाने इलाके में एक किराए के मकान में अभियान चलाया और फ्रेंडशिप के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया।
उन्होंने बताया, इस गिरोह पर दूसरे राज्यों में ऑनलाइन फ्रॉड के कई मामले दर्ज है। फिलहाल, इनके कब्जे से 37 मोबाइल, 7 क्रेडिट और डेबिट कार्ड, 88 हजार रुपए और दो नोटबुक बरामद की गई है।
फोन कर लोगों को फांसते थे
पुलिस ने बताया, जांच में पता चला ये गिरोह लोगों को फोन कर उन्हें फ्रेंडशिप करवाने का झांसा देते थे। इसके बाद उनसे विभिन्न प्रकार के सर्विसेज के नाम पर रुपए ऐंठते थे। सिर्फ दोस्ती ही नहीं बल्कि नौकरी दिलाने के नाम पर भी ये गिरोह ठगी करते थे।
फोन पर क्या बोलना है इसके लिए स्क्रिप्ट भी रहती थी तैयार
पुलिस ने बताया, आरोपियों के कब्जे से एक स्क्रिप्ट भी मिली है। पुरुषों को फांसने के लिए युवतियां फोन करती थी। उन्हें पुरुषों से कैसे और क्या बातें करनी हैं, उसका पूरा ब्योरा एक कागज में लिखकर दिया जाता था। उदाहरण के तौर पर, ये युवतियां फोन कर कहती थी, मैं फ्रेंडशिप डेटिंग सर्विस कंपनी से बोल रही हूं।
कभी बंगलुरु तो कभी अन्य राज्यों का नाम लेती थी और कहती थी कि वो उस राज्य और शहर से बोल रही हैं। इसके बाद अपनी कंपनी के सर्विसेज के बारे में बताया करती थी। इसके बाद जो उनके झांसे में आ जाता उससे पहले कंपनी के मेंबरशिप के नाम पर 2500 रुपए लिए जाते थे।
इसकी मियाद 3 महीने तक की बताते थे और फिर कुछ ना कुछ बहाना बनाकर रुपए ऐंठते रहते थे लेकिन किसी को कोई सर्विस नहीं मिलती थी।
डेटिंग से लेकर फिजिकल रिलेशन, 3 तरह की सर्विसेज देने का देते थे झांसा
पुलिस ने बताया, जांच में पता चला ये गिरोह तीन तरह की सर्विस देने का झांसा देते थे। डेटिंग से लेकर फिजिकल रिलेशन तक का भी वादा करते थे। दरअसल, जब ये अपने ग्राहक को ऑफर देते थे तो कहते थे कि उन्हें तीन तरह की सर्विस मिलेगी।
पहली डेटिंग, दूसरी चैटिंग और तीसरी सर्विस फिजिकल रिलेशनशिप की मिलेगी। सभी सर्विस के लिए हाई प्रोफाइल महिलाएं ही मिलेगी। उनके लुभावने ऑफर में आकर कईयों के बैंक अकाउंट तक खाली हो जाते थे।
इस मामले में कई लोगों ने ठगी का शिकार होने पर पुलिस से संपर्क किया और शिकायत की। शिकायत मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई कर इस गिरोह का पर्दाफाश करने में सफल हुई। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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