" भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति एक ऐसी संस्था है जो भूत - प्रेत पर भरोसा नहीं करती है। ये समिति इन चीज़ों को वैज्ञानिक तरीके से देखती है और उसका तर्क भी दिखा देती है। अब इस समिति ने डिटेक्टिवस ऑफ सुपरनेचरल के संस्थापक देवराज सान्याल को पत्र लिख कर भूत के अस्तित्व का प्रमाण देने पर 50 लाख रुपए की चुनौती दी है। भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति के महासचिव मनीष रायचौधरी ने अपने पत्र में कहा है कि युक्तिवादी समिति भूत, प्रेत, अलौकिक शक्ति आदि के पीछे वैज्ञानिक कारणों की खोज कर सच्चाई को जनता के सामने लाया करती है। "
![]() |
pics from social media, representation only (file pics)_ |
कोलकाता : बचपन से हम सब भूतों की कहानी सुनते आये हैं। आज भी कई लोग भूतों की कहानी पढ़ते हैं और भूतों के फिल्मों को देखते हैं। लोगों को कहीं न कहीं इस बात का यकीन है कि भूत होते हैं। कुछ लोग तो ये भी दावा करते है कि भगवन है तो भूत का भी अस्तित्व है।
हालांकि आजकल की प्रैक्टिकल कि दुनिया में हर किसी को प्रमाण चाहिए। ये सही भी है। पढ़े - लिखे समाज में इस तरह कि बातें किसी अन्धविश्वास से काम नहीं है लेकिन आज भी कोलकाता में एक ऐसी संस्था है जो दावा कर रही है कि भूत - प्रेत होते हैं।
उनकी संस्था न सिर्फ भूतों से मिली है बल्कि उनसे बातें करने का भी दावा करती है। इस एजेंसी का नाम डिटेक्टिवस ऑफ सुपरनेचरल है। इस एजेंसी को अब भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति ने खुली चुनौती दी है। अब असली खेल सामने आएगा।
अब पता चलेगा क्या वाकई में भूत - प्रेत या अलौकिक शक्तियां होती हैं या सिर्फ लोगों के भावनाओं और उनके डर से खेला जाता है। भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति एक ऐसी संस्था है जो भूत - प्रेत पर भरोसा नहीं करती है। ये समिति इन चीज़ों को वैज्ञानिक तरीके से देखती है और उसका तर्क भी दिखा देती है।
अब इस समिति ने डिटेक्टिवस ऑफ सुपरनेचरल के संस्थापक देवराज सान्याल को पत्र लिख कर भूत के अस्तित्व का प्रमाण देने पर 50 लाख रुपए की चुनौती दी है। भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति के महासचिव मनीष रायचौधरी ने अपने पत्र में कहा है कि युक्तिवादी समिति भूत, प्रेत, अलौकिक शक्ति आदि के पीछे वैज्ञानिक कारणों की खोज कर सच्चाई को जनता के सामने लाया करती है।
चमत्कार को चुनौती दी जाती है। समिति के अनुसार, भूत - प्रेत , अलौकिक शक्ति कुछ नहीं होती हैं। समिति कि तरफ से बताया गया , पिछले कुछ दिनों से उन्हें खबर मिल रही थी कि डिटेक्टिवस ऑफ सुपरनेचरल के संस्थापक देवराज सान्याल भूत , प्रेत , अतृप्त आत्माओं आदि की वैज्ञानिक तरीके से खोज करते हैं।
संस्था का दावा है कि वो आत्माओं को बुलाकर उनसे सवाल -जवाब भी किया करते हैं। सान्याल का दावा है कि भूत का वाकई में अस्तित्व होता है। इतना ही नहीं अतृप्त आत्माओं के साथ संपर्क करना संभव है।
यहाँ तक कि उनका दावा है कि भूत - प्रेत जाते वक़्त अपने पैरों के छाप भी छोड़ जाते हैं। ऐसे दावों पर युक्तिवादी समिति ने डिटेक्टिवस ऑफ सुपरनेचरल के संस्थापक देवराज सान्याल को पत्र लिखकर 50 लाख रुपए की चुनौती दी है।
समिति ने चुनौति दी है कि अगर देवराज सान्याल का संगठन किसी आत्मा को बुलाकर युक्तिवादी समिति द्वारा पूछे गए प्रश्नों का सही तरह से जवाब देने में सक्षम होता है और भूत के अस्तित्व का प्रमाण पेश कर सकता है तो इनाम के तौर पर उन्हें 50 लाख रुपए दिया जायेगा।
उक्त चिट्ठी गुरुवार को भेजी गई है। हालाँकि अभी तक इस पत्र का कोई जवाब नहीं मिला है। वहीं डिटेक्टिवस ऑफ सुपरनेचरल संस्था से भी संपर्क नहीं किया जा सका है।
Thanks for the news coverage.
ReplyDelete