- अब रहें सावधान, वरना वीओआईपी कॉल कर परेशान करना पड़ सकता है महंगा
- ओड़िशा के सम्बलपुर थाने की पुलिस ने दिखाया कमाल, 6 सालों से परेशान करने वाले आरोपी को धर दबोचा
"पहले जहां आरोपी युवतियों को फ़ोन पर परेशान करते थे अब तकनीकी के ज़माने में इंटरनेट के माध्यम से इंटरनेट कॉल यानी वीओआईपी कॉल के जरिये परेशान करने लगे हैं। दरअसल, बताया जाता है कि वीओआईपी कॉल को ट्रेस नहीं किया जा सकता है। इस बाबत अपराधी को लगता है वो कभी पकड़ा नहीं जायेगा। मगर ये बिलकुल गलत है। यहाँ हम आपको ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर ये यकीन हो जायेगा कि अगर पुलिस ठान ले तो वो पाताल से भी आरोपी को धर दबोचेगी। "
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Pics of accused |
CYBER CRIME/VOIP CALL: अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो वो एक न एक सुराग छोड़ ही जाता है। और यही सुराग उसकी गिरफ़्तारी का कारण बनता है। वहीं आज तकनीकी के इस जमाने में अपराध करने का तरीका भी बदला है।
पहले जहां आरोपी युवतियों को फ़ोन पर परेशान करते थे अब तकनीकी के ज़माने में इंटरनेट के माध्यम से इंटरनेट कॉल यानी वीओआईपी कॉल के जरिये परेशान करने लगे हैं। दरअसल, बताया जाता है कि वीओआईपी कॉल को ट्रेस नहीं किया जा सकता है।
इस बाबत अपराधी को लगता है वो कभी पकड़ा नहीं जायेगा। मगर ये बिलकुल गलत है। यहाँ हम आपको ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर ये यकीन हो जायेगा कि अगर पुलिस ठान ले तो वो पाताल से भी आरोपी को धर दबोचेगी।
ऐसा ही एक मामला ओड़िशा के सम्बलपुर के साइबर क्राइम थाने में देखने को मिला जहां पुलिस ने इस बात को भी गलत साबित कर दिया और वीओआईपी कॉल कर लड़की को परेशान करने और जान से मरने की धमकी देने वाले शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
ये है पूरा मामला
सम्बलपुर के साइबर पुलिस थाने की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 25 वर्षीया युवती ने दो दिन पहले यानी 23 सितम्बर को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई कि एक युवक उसे फ़ोन पर जबरदस्त गालियां देता है।
वो कई मोबाइल एप के जरिये वीओआईपी कॉल कर उसे परेशान करता है और उसे कहता है कि उससे फ़ोन पर अगर बात नहीं की गयी तो वो उसकी हत्या कर देगा। वो आरोपी उसे अपहरण करने की भी धमकी दिया करता है। वर्ष 2015 से वो आरोपी उसे परेशान कर रहा है।
युवती ने इससे पहले वर्ष 2015 में बुर्ला थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी लेकिन उसके बाद कुछ नहीं हुआ। वो युवक वीओआईपी कॉल करता था ताकि उसे कोई पकड़ नहीं सके। अंत में तंग आकर युवती ने साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क किया और आरोपी को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की अपील की।
युवती की अपील पर फिर एक मामला दर्ज कर लिया गया। इसके बाद साइबर क्राइम पुलिस मामले की जांच में जुट गयी। जांच में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया , वीओआईपी कॉल को भी ट्रेस किया जा सकता है।
इसलिए आरोपी ये न समझे अगर इंटरनेट से कॉल कर अपराध किया जायेगा तो पुलिस उन तक नहीं पहुँच सकती है। पुलिस आरोपी को किसी भी बिल से खोज कर निकाल ही लेती है।
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