- कोलकाता बना 'मिनी जामताड़ा', 5 गिरफ्तार
"दरअसल, अगर बात करें रियल लाइफ और रील लाइफ की तो दोनों अलग होते हैं। रील लाइफ में सबकुछ अच्छा होता है लेकिन रियल लाइफ में ऐसा किसी के साथ नहीं होता है। मगर इसको कुछ लोग सच मानते हैं और रील लाइफ पर भरोसा ज्यादा करते हैं। फ़िलहाल अभी हम जिस दौर में है उसमें फिल्मों के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं होती है क्योंकि आजकल विभिन्न वेब सीरीज आयी है जो युवाओं को ही नहीं बल्कि हर उम्र के लोगों को बांधकर रखती है। कई वेब सीरीज रियल लाइफ से प्रेरित है। अब आपको लगेगा की मैं आपको ठगों के बारे में बताते - बताते कहाँ फिल्मों और वेब सीरीज में ले आयी लेकिन हमारा मुद्दा अभी वेब सीरीज ही क्योंकि वेब सीरीज से ही ठगों का तार जुड़ा हुआ है। दरअसल, हम जिस ठगी की घटना के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उस घटना में वेब सीरीज जामताड़ा का कनेक्शन मिला है।"
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arrested accused |
CYBER FRAUD/KOLKATA : लाख समझाया जाए या लाख जागरूकता अभियान चलाया जाए, पर कुछ लोग ऐसे है जिन पर कुछ असर ही नहीं होता है। ऐसे ही लोग ठगों के चंगुल में फंसते हैं और अपन सबकुछ गवां बैठते हैं। ये तो हुई ठगी के शिकार पीड़ितों की बात।
अब हम आपको बताने जा रहे हैं ठगों के बारे में। कुछ लोगों को ठगी का धंधा सिखाना नहीं पड़ता है लेकिन कुछ लोग सीखकर ठगी कर रहे हैं। ऐसे ही ठगों की कहानी आपको बताने वाली हूँ जिन्हें सुनकर आप भी कहेंगे जैसा गुरु , वैसा ही चेला।
दरअसल, अगर बात करें रियल लाइफ और रील लाइफ की तो दोनों अलग होते हैं। रील लाइफ में सबकुछ अच्छा होता है लेकिन रियल लाइफ में ऐसा किसी के साथ नहीं होता है। मगर इसको कुछ लोग सच मानते हैं और रील लाइफ पर भरोसा ज्यादा करते हैं।
फ़िलहाल अभी हम जिस दौर में है उसमें फिल्मों के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं होती है क्योंकि आजकल विभिन्न वेब सीरीज आयी है जो युवाओं को ही नहीं बल्कि हर उम्र के लोगों को बांधकर रखती है। कई वेब सीरीज रियल लाइफ से प्रेरित है।
अब आपको लगेगा की मैं आपको ठगों के बारे में बताते - बताते कहाँ फिल्मों और वेब सीरीज में ले आयी लेकिन हमारा मुद्दा अभी वेब सीरीज ही क्योंकि वेब सीरीज से ही ठगों का तार जुड़ा हुआ है। दरअसल, हम जिस ठगी की घटना के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उस घटना में वेब सीरीज जामताड़ा का कनेक्शन मिला है।
करीब दो साल पहले ही ये वेब सीरीज आयी है। जामताड़ा से आप तो समझ ही गए होंगे कि ये किस सब्जेक्ट पर बनी थी। इस वेब सीरीज में जामताड़ा गैंग की उत्पत्ति से लेकर ठगी करने के नए - नए तरीके को दिखाया गया था। इस वेब सीरीज का उद्देश्य यही था कि लोग इन ठगों से बचकर रहे हैं , सावधान रहें।
मगर, जिस मामले के बारे में मैं यहाँ बात कर रही हूँ उस मामले में जामताड़ा वेब सीरीज की बड़ी भूमिका है। जामताड़ा वेब सीरीज से आईडिया लेकर 5 युवकों ने कोलकाता में ही मिनी जामताड़ा बना लिया है। जी हाँ, कोलकाता के साल्टलेक स्थित विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के तहत साइबर पुलिस के हत्थे चढ़े साइबर फ्रॉड के खुलासे के बाद ये साबित हो गया है कि कोलकाता एक मिनी जामताड़ा बनता जा रहा है।
बता दे कि कुछ दिनों पहले भी कोलकाता पुलिस ने कोलकाता और आसपास इलाके में छापामारी अभियान चलाकर जामताड़ा गैंग के ठगों को पकड़ा था।
जामताड़ा वेब सीरीज से सीखा और लोगों को लगाया चूना
पुलिस सूत्रों ने बताया, साइबर फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार 5 युवकों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने जामताड़ा वेब सीरीज से ठगी करना सीखा था। जिस तरह से वेब सीरीज में दिखाया गया था कैसे और किस तरह से लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके अकाउंट में सेंधमारी करनी है.
ठीक उसी तरह इन आरोपियों ने भी लोगों से ठगी शुरू की थी। इनमें से 4 युवक बिहार से हैं जबकि एक झारखण्ड से है। इन आरोपियों ने कोलकाता में ही मिनी जामताड़ा बना लिया था। कोलकाता के रिजेंट पार्क और गोल्फ ग्रीन इलाके में किराये का फ्लैट लेकर ये ठग अपना ठगी का धंधा चला रहे थे।
जामताड़ा गैंग के बारे में थोड़ी जानकारी
कभी बैंक का कर्मचारी बनकर तो कभी अकाउंट का केवाईसी अपडेट के नाम पर तो कभी गूगल पर फ़र्ज़ी कस्टमर केयर का नंबर देकर या कभी डिस्काउंट पर फ़ूड डिलीवरी कर, इस तरह के कई मोडस ओपेरंडी का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने का काम करते हैं जामताड़ा गैंग।
जामताड़ा गैंग जामताड़ा में ही एक्टिव रहते थे। ये पूरा गांव ही ठगी के धंधे से जुड़े हुए हैं। कई बार कई राज्यों के पुलिस कई टीम को गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन बावजूद इस गैंग का काम चलता रहता है। लोगों को ठगने के लिए रोज नए - नए पैतरें निकालते हैं।
हर महीने और हर हफ्ते ही यहाँ कोई न कोई पुलिस रेड करती है। कुछ दिन पहले ही दिल्ली पुलिस ने जामताड़ा गैंग के सरगना मास्टरजी और रॉकस्टार को गिरफ्तार कर 27 राज्यों में ठगी का भंडाफोड़ किया था।
इसके बाद फिर कोलकाता पुलिस ने भी जामताड़ा गैंग के सदस्य को कोलकाता और आसपास इलाके से ही गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही ये कहना गलत नहीं है कि कोलकाता जामताड़ा गैंग के लिए सुरक्षित जगह बनती जा रही है।
विधाननगर साइबर थाने के इस मामले पर एक नजर
विधाननगर साइबर थाने की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 25 अगस्त 2020 को पीके ब्रह्मा (80) की तरफ से थाने में शिकायत दर्ज कराई गयी थी। शिकायत के अनुसार उन्हें कॉल कर जामताड़ा गैंग के ठगों ने खुद को अमेज़न प्रोमो टीम एग्जीक्यूटिव और अमेज़न डिस्पैच मैनेजर बताया था .
विभिन्न ऑफर के नाम पर उनसे करीब 41 हजार की फ़र्ज़ी खरीददारी करवा ली थी। जब उनको ठगी का एहसास हुआ तब उन्होंने थाने में अपने प्रतिनिधि के जरिये शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद विधाननगर साइबर थाने की पुलिस ने 29 सितम्बर को 5 युवकों को कोलकाता से गिरफ्तार किया।
आरोपियों की पहचान मनीष कुमार झा, कार्तिक कुमार , प्रियांशु शर्मा , राकेश कुमार और दीपक कुमार के रूप में हुई है। इनके कब्ज़े से 19 एटीएम कार्ड , 4 पैन कार्ड , 6 सिमकार्ड, 4 मोबाइल, 1 राऊटर और पासबुक और आधार कार्ड जब्त की गयी है।
Nice
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