- प्रेसीडेंसी संशोधनागार (जेल) के बाहर कर रहे थे दुश्मन का इंतजार, पहुंची पुलिस और खेल ख़त्म
" 50 -70 गुंडे जेल के बाहर तैनात हो गए। मगर इसकी भनक पुलिस को लग गई। जैसे ही उनका दुश्मन बाहर निकला विरोधी गैंग के सदस्य ने हमला कर दिया लेकिन पुलिस की मुश्तैदी से उनकी मंशा पूरी नहीं हो सकी। दुश्मन तो बच गया लेकिन हत्या के उद्देश्य से आये कुछ तो भाग निकले और कुछ पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जैसा की मैंने पहले ही कहा था ये किसी फिल्म का सीन नहीं है बल्कि ये घटना घटी है कोलकाता में। कोलकाता पुलिस के अंतर्गत हेस्टिंग्स थानान्तर्गत प्रेसीडेंसी जेल के बाहर घटी इस घटना ने हिंदी एक्शन फिल्म की याद दिला दी। घटना को लेकर कोलकाता पुलिस के एंटी राउडी सेक्शन और थाने की टीम ने मिलकर ऑपरेशन चलाया और 25 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। "
Kolkata police's headquarter, lalbazar (pics from social media)
KOLKATA POLICE: ये मामला किसी एक्शन फिल्म से कम नहीं है। दो गैंग के बीच दुश्मनी और दुश्मन को ठिकाने लगाने के लिए एक गैंग के सदस्य सीधे पहुंचे जेल के बाहर क्योंकि उनका दुश्मन जेल से छूटने वाला है। दुश्मन को आज किसी भी तरह खत्म कर देना है।
50 -70 गुंडे जेल के बाहर तैनात हो गए। मगर इसकी भनक पुलिस को लग गई। जैसे ही उनका दुश्मन बाहर निकला विरोधी गैंग के सदस्य ने हमला कर दिया लेकिन पुलिस की मुश्तैदी से उनकी मंशा पूरी नहीं हो सकी। दुश्मन तो बच गया लेकिन हत्या के उद्देश्य से आये कुछ तो भाग निकले और कुछ पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
जैसा की मैंने पहले ही कहा था ये किसी फिल्म का सीन नहीं है बल्कि ये घटना घटी है कोलकाता में। कोलकाता पुलिस के अंतर्गत हेस्टिंग्स थानान्तर्गत प्रेसीडेंसी जेल के बाहर घटी इस घटना ने हिंदी एक्शन फिल्म की याद दिला दी।
घटना को लेकर कोलकाता पुलिस के एंटी राउडी सेक्शन और थाने की टीम ने मिलकर ऑपरेशन चलाया और 25 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, सभी से पूछताछ कर मामले के मेन विलन को पकड़ने के लिए पुलिस अभियान चला रही है।
ये है पूरा मामला
मामला जानने से पहले दोनों गैंग के बारे में जानना जरूरी है। जानकारी के मुताबिक , कोलकाता के कसबा थाना इलाके में सोना पप्पू और मुन्ना पांडेय के बीच हमेशा गैंगवार चलता है। सूत्र बताते है कि इलाका दखल को लेकर दोनों गुटों में हमेशा तनी रहती है।
22 अगस्त को मुन्ना पांडेय को हत्या की कोशिश और दंगा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसे प्रेसीडेंसी जेल में जेल हिरासत में रखा गया था जहाँ से उसे गुरुवार को छोड़ा जाना था। वहीं मुन्ना के राइवल ग्रुप सोना पप्पू को इसकी भनक लग गई। सोना पप्पू के खिलाफ भी हत्या, रंगदारी वसूलने सहित कई आपराधिक मामले दर्ज है।
सोना पप्पू कई बार पुलिस के हत्थे चढ़ा है। वो फिलहाल जमानत पर बाहर है। वहीं दूसरी तरफ , गुरुवार की दोपहर सोना पप्पू के इशारे पर उसके 60 -70 शागिर्द आग्नेयास्त्र, चॉपर, लोहे की रोड, स्टिक और ईंट सहित कई हथियार लेकर मुन्ना पांडेय की हत्या करने के लिए सीधे प्रेसीडेंसी जेल के बाहर पहुँच गए।
उन्हें सूचना मिली थी मुन्ना पांडेय जेल से बाहर निकलने वाला है। उसके निकलते ही उसे मार दिया जायेगा। इसी दौरान कोलकाता पुलिस के एंटी राउडी सेक्शन और हेस्टिंग्स थाने की पुलिस को इसकी सूचना मिली। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुँच गई।
हालांकि, मुन्ना जेल से बाहर निकल गया था और उस पर सोना पप्पू के गैंग के सदस्यों ने हमला कर दिया था लेकिन पुलिस की तत्परता से मुन्ना की जान बच गई। पुलिस ने मौके से 25 आरोपियों को धर दबोचा जबकि बाकि 25 -30 आरोपी भागने में कमयाब रहे। घटना के बाद से ही पुलिस सोना पप्पू की तलाश में जुट गई है।
दो आरोपियों ने मुन्ना को रिवाल्वर दिखाकर धमकाया
पुलिस ने बताया, जाँच में पता चला दो आरोपियों ने मुन्ना को रिवाल्वर दिखाकर धमकाया था। अगर पुलिस समय पर नहीं पहुँचती तो उसकी हत्या कर दी जाती। इनमें से एक आरोपी शेख अख्तर अली को गिरफ्तार किया जा सका है जबकि दूसरा दीनू यादव उर्फ़ संदीप यादव उर्फ़ संजू यादव फरार है।
शेख अख्तर अली के कब्ज़े से एक सिंगल शटर और गिरफ्तार एक और आरोपी कृष्णा दुबे के कब्ज़े से चॉपर जब्त की गई है। इसके साथ ही अन्य आरोपियों के कब्ज़े से रॉड सहित अन्य हथियार भी जब्त किये गए हैं। मामले को थाने में दर्ज करने के बाद जांच का जिम्मा एंटी राउडी सेक्शन की टीम ने ले लिया है।
महानगर में बाकि आरोपियों की तलाश में छापामारी अभियान चलाया जा रहा है।
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