SWIMMING POOL OF KOLKATA POLICE'S DOGS : दर्द सबको होता हैं... गर्मी सबको लगती हैं...हम बेजुबान हैं तो क्या ? - ReporterBabita.com

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Tuesday, July 27, 2021

SWIMMING POOL OF KOLKATA POLICE'S DOGS : दर्द सबको होता हैं... गर्मी सबको लगती हैं...हम बेजुबान हैं तो क्या ?

  •  स्विमिंग पूल में उतरते ही हो जाता है डॉग्स का पूरा एक्सरसाइज 
  • वाटर थेरेपी, वाटर एक्सरसाइज के साथ ही डॉग्स को कूल करने की है यहाँ पूरी व्यवस्था 

 "हम यहाँ इंसान और बेजुबानों में अंतर बताने नहीं आये हैं बल्कि हम आपको ये बताना चाहते हैं कि हमारी तरह ही दर्द, तकलीफ और गर्मी , सर्दी का एहसास इन बेजुबानों को भी होती हैं। इसीलिए तो इनके कम्फर्ट का ध्यान रखते हुए कोलकाता पुलिस ने अपने डॉग्स के लिए खास तौर पर एक स्विमिंग पूल बनाया है। दरअसल , कोरोना के कारण बाहर डॉग्स ले जाना या उनका एक्सरसाइज करवाना सम्भव नहीं हो पा रहा था।  उस दौरान ये स्विमिंग पूल इन डॉग्स के एक्सरसाइज के लिए बेहद ही फायदेमंद साबित हो रही हैं। डॉग्स स्क्वाड कोलकाता पुलिस में एक खास स्थान भी रखता है। "

DOGS SWIM IN THE SWIMMING POOL


कोलकाता : आज हम जिस दौर में है वहां इंसान की जानवर से तुलना की जाने लगी हैं लेकिन हम भूल गए हैं कि ये बेजुबान हम इंसानों से बेहतर हैं। हम इंसान दूसरों का हमेशा नुकसान करना चाहते हैं , दूसरों के दुःख में हमें ख़ुशी मिलती हैं लेकिन एक जानवर ही है जो इन सब से परे हैं। 

अगर कोई उन बेजुबानों को पनाह देता हैं तो वो वफादारी दिखाते हैं लेकिन इंसान हमेशा पीठ पर वार करता हैं।  हम यहाँ इंसान और बेजुबानों में अंतर बताने नहीं आये हैं बल्कि हम आपको ये बताना चाहते हैं कि हमारी तरह ही दर्द, तकलीफ और गर्मी , सर्दी का एहसास इन बेजुबानों को भी होती हैं। 

इसीलिए तो इनके कम्फर्ट का ध्यान रखते हुए कोलकाता पुलिस ने अपने डॉग्स के लिए खास तौर पर एक स्विमिंग पूल बनाया है। दरअसल , कोरोना के कारण बाहर डॉग्स ले जाना या उनका एक्सरसाइज करवाना सम्भव नहीं हो पा रहा था।  उस दौरान ये स्विमिंग पूल इन डॉग्स के एक्सरसाइज के लिए बेहद ही फायदेमंद साबित हो रही हैं। डॉग्स स्क्वाड कोलकाता पुलिस में एक खास स्थान भी रखता है। 

कोलकाता पुलिस में डॉग्स की बड़ी भूमिका हैं। इन डॉग्स को पुलिस की तरह ही ट्रीट किया जाता हैं।  इसका कारण ये है कि कई मामलों के निपटारे में और आरोपी तक पहुंचाने में इन डॉग्स की भूमिका सराहनीय रही हैं।  कोलकाता पुलिस में इन डॉग्स के लिए अलग डॉग्स स्क्वाड है और उन डॉग्स का ख़ास ख्याल भी रखा जाता हैं।  

लालबाजार के एक आधिकारिक सूत्र ने बताया , डॉग्स के कम्फर्ट और कोरोना को ध्यान में रखते ही इस स्विमिंग पूल का निर्माण किया गया है। इस साल जनवरी में स्विमिंग पूल बनकर तैयार हो गया था लेकिन उसे चालू नहीं किया गया था। पुलिस कमिश्नर सौमेन मित्र ने इस स्विमिंग पूल को शुरू करने की हरी झंडी दिखाई और इसका उद्धघाटन किया जिसके बाद अप्रैल महीने से इस स्विमिंग पूल को चालू किया गया।  

dogs swim under trainer instruction 


स्विमिंग पूल के लिए पिछले 2 -3 सालों से डॉग्स स्क्वाड के अधिकारी कर रहे थे कोशिश 

एक सूत्र ने बताया , डॉग्स के लिए स्विमिंग पूल बनवाने के लिए कोलकाता पुलिस हेडक्वार्टर के अधिकारियों को कई बार चिट्ठी देकर आग्रह किया गया था।  करीब तीन सालों तक लगातार कोशिश के बाद इस साल 2021 में डॉग्स के लिए स्विमिंग पूल बना है। स्विमिंग पूल की आखिर क्यों थी जरूरत ? 

इस पर सूत्र बताते हैं कि कोलकाता के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) में ही डॉग स्क्वाड है। कोलकाता पुलिस के पास अभी 48 डॉग्स हैं। वर्ष 2007 में जब डॉग स्क्वाड बना था तब यहां डॉग्स की संख्या 7 थी जो अब संख्या बढ़कर 48 हो गई हैं। 

डॉग्स को भी इंसान की तरह ही ठंडी, गर्मी और दर्द तथा शरीर की अन्य बीमारियां होती हैं। जिसके लिए उन्हें भी कुछ थेरेपी देने की जरुरत पड़ती हैं।  जैसे वाटर थेरेपी , वाटर एक्सरसाइज और सबसे ज्यादा जरुरी उन्हें गर्मी में राहत दिलाना होता है।

 पीटीएस में एक तालाब है जहाँ डॉग्स को लाया जाता था।  तालाब का पानी बारिश में गन्दा हो जाता था और गर्मी में पानी सूख जाता था। पानी में गन्दगी के कारण डॉग्स में इन्फेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता था। 

इसके अलावा डीएमजी भी वहां तालाब में प्रैक्टिस करते हैं जिससे परेशानी होती थी और हमेशा किसी दुर्घटना होने का खतरा रहता था,  इसलिए एक अलग स्विमिंग पूल की जरुरत महसूस की गयी थी और इस जरुरत को पुलिस डिपार्टमेंट को बताया गया था।

 काफी सालों की मेहनत के बाद आख़िरकार डॉग्स के लिए स्विमिंग पूल बन गया। महानगर में ये ऐसा पहला स्विमिंग पूल है जो केवल डॉग्स के लिए बनाया गया हैं। 

this the swimming pool 


ऐसा है ये स्विमिंग पूल 

इस स्विमिंग पूल की लम्बाई 30 फीट और गहराई 4 फीट रखी गयी है।  सूत्र बताते है कि गहराई कम रखने की वजह यही है कि डॉग्स के साथ कोई हादसा न हो जाये।  अगर पानी की गहराई ज्यादा रखी जाएगी तो इससे डॉग्स के डूबने का खतरा हो सकता है।

  दरअसल , अगर डॉग्स बिना किसी की नजर में आये स्विमिंग पूल में कूद भी जाते हैं तो उन्हें डूबने का या कोई दुर्घटना होने का खतरा नहीं रहेगा।  इसके अलावा स्विमिंग पूल के दोनों तरफ स्लोप और सीढियाँ बनायीं गयी हैं ताकि डॉग्स खुद ही पानी में उतर सकें। 

वहीँ , इस पूल के मैंटेनस के लिए एक एजेंसी को रखा गया है।  उस एजेंसी की तरफ से एक व्यक्ति रोजाना आता है और पूल की साफ़ - सफाई का ध्यान रखता हैं।  इसके अलावा पानी में पी एच लेवल और क्लोरीन की मात्रा कितनी है , पानी का तापमान कितना है , उन सब की भी नियमित जांच होती है।  

dogs enjoy in pool 


सुबह और शाम , दो बार करवाया जाता है स्विमिंग 

इस स्विमिंग पूल में सुबह और शाम दो बार डॉग्स को उतारा जाता हैं।  उस दौरान उनके ट्रेनर उनके साथ रहते हैं। हालाँकि , इनमें कुछ डॉग्स है जो पानी में उतरना नहीं चाहते हैं जैसे की कॉकर स्पैनियल , जर्मन शेफर्ड , डोबरमैन।  

उन सभी डॉग्स को जबरन पानी में उतारा जाता हैं। पूल में जाने के लिए सबसे ज्यादा उत्साहित लैब्राडोर रिट्रीवर होते हैं।  उन्हें पानी में खेलना बेहद पसंद होता हैं।   


यहां डॉग्स को दी जाती है थेरेपी 

एक अधिकारी ने बताया , इंसान की तरह ही डॉग्स की भी कुछ तकलीफ होती हैं।  गर्मी लगने के अलावा उनके muscle में , पैरों में और पीठ में दर्द और नस में समस्या होती हैं।  ऐसे में स्विमिंग करने से उनकी यह समस्या दूर होती हैं।  

इसके अलावा अगर किसी के पैरों में दर्द या समस्या है तो उस डॉग्स को स्विमिंग के वक़्त पैरों के ज्यादा इस्तेमाल पर जोर दिया जाता हैं।  इसके अलावा वाटर थेरेपी दी जाती हैं। वहीँ अभी कोरोना के कारण डॉग्स को बाहर लेकर जाना और बाहर एक्सरसाइज करवाना मना हैं।  

डॉग्स स्क्वाड के कंपाउंड में ही एक्सरसाइज कराकर उन्हें फीट रखना भी संभव नहीं है।  इस बाबत स्विमिंग के जरिये उनका फूल बॉडी एक्सरसाइज हो जाता है। अभी गर्मी में उन्हें स्विमिंग से ठण्ड का एहसास मिलता है जिससे उनका मिज़ाज़ खुश रहता है।  

dogs shows their swimming ability 


हॉट वाटर थेरेपी की व्यवस्था होगी जल्द 

कुछ डॉग्स में अलग समस्या होती है जिसके लिए हॉट वाटर थेरेपी काफी कारगर होती हैं।  ऐसे डॉग्स के लिए कोलकाता पुलिस की योजना हॉट वाटर थेरेपी के लिए पूल बनाना है।  हालाँकि , इसके लिए जल्द ही डॉग स्क्वाड के छत पर छोटा सा चौबच्चा बनाकर वहां हॉट वाटर थेरेपी की व्यवस्था की जाएगी।  

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