- विधानसभा चुनाव से ममता बनर्जी को क्या मिली सीख, जिसका उन्होंने भाषण में किया है जिक्र
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।
" उन्होंने शुभेंदु अधिकारी का नाम लिए बगैर कहा , विधानसभा चुनाव से उन्हें बहुत शिक्षा मिली हैं। जिन्होनें गद्दारी की है उसे जनता खुद राजनीतिक तरीके से विदा करेगी। बीजेपी गद्दारों की पार्टी है। बता दें कि इस बार विधानसभा चुनाव से पहले ही शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। उनके बीजेपी ज्वाइन करने के बाद से ही टीएमसी लगातार शुभेंदु को गद्दार कह रही थी। शुभेंदु अधिकारी के बाद जब उनके पिता शिशिर अधिकारी भी टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए तब चुनाव प्रचार में टीएमसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरे अधिकारी परिवार को गद्दार कहकर सभा करती थीं। इसके बाद से ही सीएम ममता बनर्जी टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में जाने वाले नेताओं को गद्दारों की श्रेणी में रखने लगी हैं। सिर्फ शुभेंदु अधिकारी ही नहीं बल्कि राजीव बनर्जी , वैशाली डालमिया , जितेंद्र तिवारी सहित दर्जनों टीएमसी नेताओं ने ममता बनर्जी का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। "
कोलकाता : 21 जुलाई यानी शहीद दिवस। टीएमसी के लिए बेहद खास दिन और इस ऐतिहासिक दिन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्चुअली बंगाल से पूरे देश की जनता को सम्बोधित किया और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। इस दौरान ममता बनर्जी ने बीजेपी को गद्दारों की पार्टी करार दिया।
हालाँकि , यहाँ उन्होंने किसी के नाम का उल्लेख नहीं किया लेकिन उनका ये बयान टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए उनके सेनापति कहलाने वाले शुभेंदु अधिकारी के लिए ही था। उन्होंने शुभेंदु अधिकारी का नाम लिए बगैर कहा , विधानसभा चुनाव से उन्हें बहुत शिक्षा मिली हैं।
जिन्होनें गद्दारी की है उसे जनता खुद राजनीतिक तरीके से विदा करेगी। बीजेपी गद्दारों की पार्टी है। बता दें कि इस बार विधानसभा चुनाव से पहले ही शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। उनके बीजेपी ज्वाइन करने के बाद से ही टीएमसी लगातार शुभेंदु को गद्दार कह रही थी।
शुभेंदु अधिकारी के बाद जब उनके पिता शिशिर अधिकारी भी टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए तब चुनाव प्रचार में टीएमसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरे अधिकारी परिवार को गद्दार कहकर सभा करती थीं। इसके बाद से ही सीएम ममता बनर्जी टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में जाने वाले नेताओं को गद्दारों की श्रेणी में रखने लगी हैं।
सिर्फ शुभेंदु अधिकारी ही नहीं बल्कि राजीव बनर्जी , वैशाली डालमिया , जितेंद्र तिवारी सहित दर्जनों टीएमसी नेताओं ने ममता बनर्जी का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। हालाँकि , चुनाव के बाद दिग्गज नेता मुकुल रॉय ने बीजेपी का साथ छोड़ वापस टीएमसी का झंडा थाम लिया और इससे दीदी भी गदगद हो गयी थीं। हालाँकि , बीजेपी से टीएमसी में लौटने वालों नेताओं का सिलसिला जारी है।
वहीँ, आज 21 जुलाई शहीद दिवस के मौके पर पहली बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के साथ ही दिल्ली , मुंबई , गुजरात सहित कई राज्यों को सम्बोधित करते हुए अपना वक्तव्य रखा। ममता बनर्जी एक के बाद कई पंक्तियाँ कहती हुई नजर आई जिनमें से एक था -
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।
चुनाव में महिलाओं की भूमिका को भी ममता बनर्जी ने सराहा
इस सभा से ममता बनर्जी ने महिला शक्ति को भी नमन किया और उनकी जमकर सराहना की। ममता बनर्जी ने कहा , चुनाव में महिलाओं ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया हैं। मैंने सभी माँ और बहनों से कहा था , जिस चम्मच या खुंति से आप खाना बनती हैं , उसी से समय आने पर आपको रोकने वालों के खिलाफ इस्तेमाल कीजियेगा। कोई भी अगर आपको वोट देने से रोके तो आप उन्हें खुंति या झाड़ू दिखाकर भगा देना।
उन्होंने कहा , महिलाओं ने उनकी बात सुनी और विपक्षियों को उसका जवाब दिया। ममता बनर्जी ने कहा , अभी मुझे और भी बहुत काम करने बाकी हैं। उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा , हमें वो काम करने नहीं दे रहे हैं। हमें हमेशा परेशान करते रहते हैं। इसलिए अब बीजेपी को हटाना होगा। उन्होंने कहा , खेला होबे और ये खेला तब तक चलेगी जब तक बीजेपी का सफाया नहीं हो जाता।
पेगासस को लेकर भी ममता बनर्जी ने बोला हमला
पेगासस फोन टेपिंग को लेकर ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोला हैं। ममता बनर्जी ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को स्वत : संज्ञान लेने का अनुरोध किया हैं। उन्होंने कहा , इस तरह से फोन टेप करना गलत है। उन्होंने अपने फोन के कमरे में प्लास्टर लगाकर इसका प्रतिवाद करते हुए कहा , मैं चिदंबरम जी को फोन नहीं आकर सकती हूँ क्योंकि मेरा फोन टेप किया जा रहा हैं।
इस बाबत मुझे अपने फोन के कैमरे में टेप लगाना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा , अब टीएमसी समर्थक अपने फोन में प्लास्टर लगाकर इसके खिलाफ आंदोलन में उतरेंगे। उन्होंने इसके साथ ये भी कहा , पेगासस , पेगासस , मोदी नविश्वास।।। सभी राज्यों को इसका विरोध करना चाहिए।
अभिषेक , प्रशांत किशोर का भी फोन टेप किया गया हैं। हम तीनों मीटिंग किये थे और उसका भी सब पेगासस ने रिकॉर्ड कर लिया। ममता बनर्जी ने कहा , बीजेपी को तो अपने नेताओं और मंत्रियों पर भी यकीन नहीं हैं। उन्होंने कहा , मोदीजी इस तरह से आप चुनाव नहीं जीत सकते हैं।
2024 लोकसभा चुनाव के लिए अभी से ममता ने किया थर्ड फ्रंट बनाने का अनुरोध
इस सभा से ममता बनर्जी ने कहा , 2024 लोकसभा चुनाव के लिए हमारे पास ज्यादा दिन नहीं हैं। हम सबको मिलकर अभी से ही चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर देनी चाहिए क्योंकि जब चुनाव आयेगा उस वक़्त कुछ भी करने से कोई लाभ नहीं होगा।
उन्होंने कहा , सभी विपक्षी अभी से एकजुट हो जाएं और थर्ड फ्रंट का गठन कर लें। जब भी मुझे बुलाया जायेगा मैं मीटिंग में आ जाउंगी। उन्होंने कहा, आगामी सप्ताह मैं दिल्ली जाउंगी और आगे की रणनीति पर कार्य करुँगी।
शीतकाल में होगा शहीद दिवस का ग्रैंड आयोजन
इस बार कोरोना के कारण शहीद दिवस का कार्यक्रम वर्चुअली आयोजित किया गया है। वरना इस बार हमारा इरादा 50 लाख समर्थक जुटाने का था। वर्चुअली सभा को सम्बोधित करते हुए ममता बनर्जी ने उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा , अगर सब कुछ ठीक हो गया , कोरोना चला गया तब शीतकाल में ब्रिगेड परेड ग्राउंड में शहीद दिवस का ग्रैंड कार्यक्रम आयोजित करुँगी और सोनिया जी , चिदंबरम जी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाऊंगी और जनता को सम्बोधित करुँगी।
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