" कोलकाता पुलिस ने भी इस तरह की कई फ़र्ज़ी ख़बरों , वीडियो और ऑडियो के खिलाफ मामला दर्ज किया है और कइयों की गिरफ़्तारी भी की हैं। वहीँ , शुक्रवार को कोलकाता में एक ऑडियो क्लिप अचानक वायरल हुई जिससे पुलिस भी सकते में आ गयी। इस ऑडियो क्लिप की सच्चाई जब पता की गयी तब पुलिस ने भी राहत की सांस ली। हालाँकि, इस ऑडियो क्लिप के कारन महानगरवासी में डर पैदा हो गया था लेकिन कोलकाता पुलिस समय रहते इस ऑडियो क्लिप की सच्चाई सामने ले आयी। "
कोलकाता : सोशल मीडिया में जहाँ लोगों को कुछ रोचक और सूचनात्मक जानकारियां मिलती हैं वहीँ सोशल मीडिया में आजकल फ़र्ज़ी ख़बरों और सूचनाओं की भी भरमार देखी जा रही हैं। फ़र्ज़ी सूचनाओं को असली बताकर पेश किया जा रहा हैं जिससे लोगों में भ्रम और डर दोनों पैदा हो रही हैं।
कभी कोरोना वायरस को लेकर तो कभी कोरोना वैक्सीन को लेकर सो कभी खास समुदाय के नाम पर फ़र्ज़ी सुचना सोशल मीडिया पर देखने को मिलती हैं। हालाँकि , इन फ़र्ज़ी ख़बरों और सूचना को फ़ैलाने वालों के खिलाफ पुलिस भी कदम उठा रही हैं।
कोलकाता पुलिस ने भी इस तरह की कई फ़र्ज़ी ख़बरों , वीडियो और ऑडियो के खिलाफ मामला दर्ज किया है और कइयों की गिरफ़्तारी भी की हैं। वहीँ , शुक्रवार को कोलकाता में पुलिस के खिलाफ अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए एक ऑडियो क्लिप अचानक वायरल हुई जिससे पुलिस भी सकते में आ गयी।
इस ऑडियो क्लिप की सच्चाई जब पता की गयी तब पुलिस ने भी राहत की सांस ली। हालाँकि, इस ऑडियो क्लिप के कारन महानगरवासी में डर पैदा हो गया था लेकिन कोलकाता पुलिस समय रहते इस ऑडियो क्लिप की सच्चाई सामने ले आयी।
कोलकाता पुलिस के जॉइंट कमिश्नर (क्राइम ) मुरलीधर शर्मा ने बताया , इस फ़र्ज़ी ऑडियो क्लिप को किसने बनाया और किसने वायरल किया है , उसकी तलाश की जा रही हैं। फ़र्ज़ी ऑडियो या वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ कड़ी क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस तरह के ऑडियो या वीडियो से डरने की कोई जरुरत नहीं हैं। पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए मुश्तैद हैं।
आखिर क्या था उस ऑडियो क्लिप में
पुलिस सूत्रों ने बताया , 'बंगला भाषा में एक व्यक्ति इस ऑडियो क्लिप में बोलता हुआ सुना जा रहा है। वो व्यक्ति ये दावा कर रहा है कि उसका वॉयस मैसेज लोगों को जागरूक करने के लिए हैं।
उसके दो करीबी के साथ एक ऐसी घटना घटी है जिससे लोगों को सचेत होने की जरुरत है। उस व्यक्ति का दावा है कि अजय नगर इलाके में उसके परिचित और केंद्रीय सरकारी कर्मचारी ने उसे अपने साथ बीती घटना के बारे में बताया है।
उसी की घटना को वो लोगों को बताना चाहता है। उस व्यक्ति के ऑडियो क्लिप के अनुसार , दो दिन पहले उसके परिचित के घर पर कुछ लोग पुलिस बनकर आये थे।
देर रात करीब 2 बजे उस परिचित के घर का दरवाजा खटखटाकर उनसे सामने खाली पड़ी मकान के बारे में पूछताछ कर रहे थे।
हालांकि रात ज्यादा हो जाने से उन्होंने अगले दिन सुबह थाने में जाकर घटना की जानकारी दे देने की बात कही जिसके बाद वो चले गए। जब दूसरे दिन उसने मुकुंदपुर थाने की पुलिस से संपर्क किया तब वहां से बताया गया कि वो पुलिस के लोग नहीं थे।
वो एक गैंग है जो रात को लोगों से खाली और बंद पड़े मकानों के बारे में पुलिस बनकर पूछताछ करते हैं और मौका पाकर लूट करके फरार हो जाते हैं।
इसके अलावा इस ऑडियो क्लिप में उस व्यक्ति ने दावा किया है कि ये गैंग साउथ 24 परगना और साउथ कोलकाता में सक्रिय हैं और अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।
इस बाबत , इस तरह की घटना से सावधान रहे और किसी अनजान के लिए दरवाजा न खोलें। '
पुलिस ने किया ऑडियो क्लिप का खुलासा
इस मामले में कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया , इस क्लिप के अनुसार मुकुंदपुर थाना है जो की असल में नहीं हैं। कोलकाता पुलिस में मुकुंदपुर के नाम से कोई थाना नहीं हैं।
जिस अजय नगर इलाके के नाम का जिक्र किया गया है वो पूर्व जादवपुर थाने इलाके के अंतर्गत पड़ता है और पूर्व जादवपुर थाने के पास इस तरह की ऑडियो को लेकर या घटना को लेकर कोई सूचना नहीं आयी है।
इसके अलावा स्थानीय जांच में भी अजय नगर इलाके में इस तरह की कोई घटना सामने नहीं आयी है जिसका ऑडियो क्लिप में जिक्र किया गया था।
इन सब के बाद पुलिस की तरफ से खुलासा किया गया कि ऑडियो क्लिप फ़र्ज़ी है और लोगों में दहशत फ़ैलाने के उद्देश्य से इसे वायरल किया गया है। फिलहाल , इस तरह के फ़र्ज़ी ऑडियो क्लिप बनाने और वायरल करने वाले की तलाश की जा रही हैं।
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